सावन का महीना (Sawan 2025) बारिश, हरियाली और शिव भक्ति का समय होता है। इस दौरान कई चीजें खाने से मना किया जाता है। सिर्फ धार्मिक दृष्टि से ही नहीं, बल्कि वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक कारण भी इसके पीछे छिपे हैं।
आज जानिए सावन में कौन-कौन सी 7 चीजें नहीं खानी चाहिए (Foods to avoid in Sawan), क्यों नहीं खानी चाहिए और क्या विकल्प अपना सकते हैं।
🪔 सावन में 7 चीजें क्यों नहीं खानी चाहिए?
1️⃣ कढ़ी (Kadhi)
कढ़ी दही से बनती है, और सावन में दही व कढ़ी का सेवन वर्जित माना गया है।
धार्मिक कारण: व्रत और पवित्रता बनाये रखने हेतु।
वैज्ञानिक कारण: इस मौसम में नमी (humidity) अधिक रहती है, जिससे दही खट्टी हो सकती है और पाचन शक्ति कमजोर पड़ सकती है।
विकल्प: मूंग दाल की पतली खिचड़ी या सादी सब्जी।
2️⃣ दही (Curd)
धार्मिक कारण: सावन में व्रत रखने वालों को तामसिक भोजन से बचने की सलाह दी जाती है।
वैज्ञानिक कारण: बारिश में बैक्टीरिया तेजी से बढ़ते हैं, दही खाने से सर्दी-जुकाम और पेट में संक्रमण की संभावना बढ़ती है।
विकल्प: छाछ या गुनगुना दूध।
3️⃣ मांसाहार (Non-Veg)
धार्मिक कारण: सावन भगवान शिव को समर्पित है, और इस महीने में शुद्ध शाकाहार को महत्व दिया जाता है।
वैज्ञानिक कारण: बारिश में मांस और मछली में बैक्टीरियल ग्रोथ जल्दी होती है, जिससे फूड पॉइजनिंग हो सकती है।
विकल्प: प्रोटीन के लिए दालें, मूंग, चना और सोया।
4️⃣ अंडा (Egg)
धार्मिक कारण: व्रत के महीने में तामसिक आहार वर्जित।
वैज्ञानिक कारण: पाचन में भारी और बारिश में शरीर को आलसी बना सकता है।
विकल्प: पनीर या टोफू।
5️⃣ प्याज (Onion)
धार्मिक कारण: व्रत में प्याज को निषिद्ध माना गया है।
वैज्ञानिक कारण: प्याज तामसिक आहार की श्रेणी में आता है और बारिश में पाचन मंद करता है।
विकल्प: हींग और अदरक का उपयोग सब्जी में स्वाद के लिए।
6️⃣ लहसुन (Garlic)
धार्मिक कारण: व्रत और सात्विक भोजन में लहसुन का त्याग किया जाता है।
वैज्ञानिक कारण: लहसुन शरीर में गर्मी पैदा करता है और इस मौसम में पेट को भारी कर सकता है।
विकल्प: अदरक और काली मिर्च।
7️⃣ अचार (Pickle)
धार्मिक कारण: व्रत में खट्टा और अधिक नमक वाला भोजन वर्जित।
वैज्ञानिक कारण: अचार में तेल और मसाले अधिक होते हैं, जो बारिश में पेट में जलन और गैस बनाते हैं।
विकल्प: नींबू का रस या हरी चटनी।
🌿 सावन में भोजन कैसा होना चाहिए? (Practical alternatives for daily meals during Sawan)
✅ हल्का, सात्विक और आसानी से पचने वाला भोजन लें।
✅ हरी सब्जियां, मूंग दाल, सादी खिचड़ी और गुनगुना पानी पिएं।
✅ फल (Banana, Papaya), ड्राई फ्रूट्स और हर्बल चाय शामिल करें।
✅ सप्ताह में एक दिन फलाहार करें, जिससे शरीर detox हो सके।
✅ ताजा बना हुआ घर का खाना ही खाएं।
🙏 धार्मिक दृष्टिकोण से महत्व
सावन भगवान शिव का महीना है। इस दौरान सात्विकता और शुद्धता बनाए रखने से मन शांत रहता है और शरीर भी स्वस्थ रहता है।
पुराणों में भी सावन में तामसिक भोजन से बचने की सलाह दी गई है, जिससे मन और आत्मा शुद्ध रहती है।
🩺 वैज्ञानिक और आयुर्वेदिक कारण
🌧️ Humidity: बारिश में नमी अधिक रहती है, जिससे खाना जल्दी खराब होता है।
😌 Digestion: पाचन शक्ति कमजोर रहती है, भारी भोजन नुकसान कर सकता है।
🦠 Infections: बैक्टीरिया और वायरस तेजी से बढ़ते हैं, इसलिए ताजा और हल्का खाना बेहतर रहता है।
🚩 निष्कर्ष
सावन में सात्विक भोजन न केवल धार्मिक रूप से महत्वपूर्ण है, बल्कि स्वास्थ्य के लिए भी आवश्यक है।
इन 7 चीजों से सावन में बचें और उनके विकल्पों से अपने आहार को पोषक बनाएं। ऐसा करने से शरीर और मन दोनों स्वस्थ रहेंगे और शिव कृपा बनी रहेगी।
